मुख्तार अंसारी मौत मामले में जेल और पुलिस का कोई डायरेक्ट लेना-देना नहीं
मुख्तार को बेस्ट मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके अलावा कोर्ट में भी पेपर्स हैं कि हृदय की बीमारी से वह पीड़ित था
मुख्तार अंसारी मौत मामले में जेल और पुलिस का कोई डायरेक्ट लेना-देना नहीं
लखनऊः माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने पहली बार कोई टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक के चलते हुई है. हालांकि उसकी मौत की न्यायिक जांच चल रही है.डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा, ‘पहले तो हम आपको स्पष्ट कर दें कि मुख्तार अंसारी मौत मामले में, जो भी घटना हुई है वह ज्यूडिशियल कस्टडी में हुई है. जेल में मौत हुई है. जेल और पुलिस का कोई डायरेक्ट लेना-देना नहीं है. मुख्तार को पिछले डेढ़ सालों में आठ बार सजा हुई. मुख्य माफियाओं में से चिन्हित था. 40 साल का आपराधिक इतिहास है. जब भी जेल में मुख्तार को मेडिकल की आवश्यकता हुई, उसे दिलाई गई. मुख्तार को बेस्ट मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके अलावा कोर्ट में भी पेपर्स हैं कि हृदय की बीमारी से वह पीड़ित था और उसकी मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है. वहीं मुख्तार के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप को लेकर डीजीपी प्रशांत ने कहा, ‘लोकतंत्र है कोई कुछ भी कह सकता है. लेकिन मुझे लगता है कि इसमें शक की कोई बात नहीं है. कोई व्यक्ति कितनी देर तक अस्पताल में रहेगा. वह डॉक्टर के कहने पर होता है. किसी भी अधिकारी के कहने से नहीं होता है.