नगर परिषद जीरकपुर के अधिकारियों नहीं आए पैमाइश के लिएतो लोगों ने लगाए मिली भगत वा भ्रष्टाचार के आरोप
मामला गांव दयालपुर में बना रहे शोरूमों का:
पैमाइश के लिए नहीं आए अधिकारी तो लोगों ने लगाए मिली भगत वा भ्रष्टाचार के आरोप
गुस्साए ग्रामीणों ने नगर परिषद के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
रोहित गुप्ता
जीरकपुर 6, नवम्बर
नगर परिषद जीरकपुर के वार्ड नंबर 25 और 26 के तहत दयालपुरा गांव में एक बिल्डर द्वारा 150 से ज्यादा शोरूम का निर्माण किया जा रहा है। जिसका ग्रामीणों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि बिल्डर ने शोरूमों के सामने पार्किंग के लिए निर्धारित जगह नहीं छोड़ी है। मंगलवार को भी गांव निवासियों ने इन शोरूमों के खिलाफ प्रदर्शन किया था, लेकिन नगर परिषद जीरकपुर एटीपी की ओर से मीडिया को आश्वासन दिया गया था कि वे बुधवार को ग्रामीणों के सामने सड़क का निरीक्षण करेंगे। लेकिन करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार करने के बाद भी नगर परिषद के अधिकारी नहीं पहुंचे तो गुस्साए ग्रामीणों ने नगर परिषद प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मामले की जानकारी देते हुए सुखविंदर सिंह, हरचरण सिंह, मलकीत सिंह, मनीष चौधरी, गुरचरण सिंह फौजी, करण चौधरी, कमलप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह लाडी, तरसेम, गुरबीर सिंह, गुरमेल सिंह और गुरजीत सिंह के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हुए उन्होंने कहा कि जब से ये शोरूम बनने शुरू हुए हैं तब से वे लगातार इन शोरूमों का विरोध कर रहे हैं। इस संबंध में ग्रामीण नगर परिषद जीरकपुर को तीन बार लिखित शिकायत दे चुके हैं। लेकिन ग्रामीणों की शिकायत को नगर परिषद ने गंभीरता से नहीं लिया और शोरूमों के सामने पार्किंग के लिए निर्धारित जगह छोड़ने की बजाय बिल्डर ने शोरूम का निर्माण कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर परिषद ने ग्रामीणों की शिकायतों का निपटारा करने के बजाय बिल्डर को निर्माण पूरा करने के लिए पूरा समय दे दिया। अब 125 से ज्यादा शोरूम बन चुके हैं है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर परिषद के अधिकारी शिकायतकर्ताओं को बिना बुलाए दो बार पैमाइश कर चुके हैं और मौखिक रूप से कहते हैं कि सड़क की जगह पूरी हो गई है। जबकि मास्टर प्लान के अनुसार सड़क की चौड़ाई 66 फीट 8 इंच है। जब यह मामला ग्राम निवासियों ने मीडिया के ध्यान में लाया तो अधिकारियों ने मीडिया को आश्वासन दिया कि वे ग्रामीणों को संतुष्ट करने के लिए बुधवार को ग्यारह बजे पैमाइश करेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि समाचार पत्रों में छपी खबर से पता चला कि अधिकारी 11 बजे सड़क की पैमाइश करने आ रहे हैं, जिसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण सड़क की पैमाइश कराने के लिए नगर परिषद के अधिकारियों का इंतजार करते रहे, लेकिन पैमाइश के लिए कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। काफी देर तक इंतजार करने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने नगर परिषद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीण वासिया ने आरोप लगाया कि नगर परिषद के अधिकारियों का पैमाइश के लिए नहीं आना सीधे तौर पर मिलीभगत की ओर इशारा करता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब वे जीरकपुर नगर परिषद का घेराव करेंगे और कार्यालय के सामने धरना भी देंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी नगर परिषद जीरकपुर की होगी।
अधिकारियों का क्या कहना है?
इस संबंध में जब नगर परिषद जीरकपुर के एटीपी सरबजीत सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि एसडीओ साहब प्रभारी हैं और यह सारी कार्रवाई एसडीओ साहब की मौजूदगी में होगी। जब नगर परिषद जीरकपुर के एसडीओ सुखविंदर सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वह गांव छत में आए हैं, जहां एमएलए साहब को एक कार्यक्रम में शामिल होना है। इसलिए वे यह नहीं बता सकते कि उन्हें कितना समय लगेगा ।
कोट्स
शोरूम के ये प्लॉट दयालपुरा गांव किसानों के हैं, मैंने ही यहां ये शोरूम बनवा रहा हूं। नक्शे उन्हीं ने पास किये हैं और रजिस्ट्रियां भी किसानों के नाम पर हैं। मैं प्रोजेक्ट का लेआउट प्लान और नक्शा दिखाने के लिए तैयार हूं।
परमिंदर सिंह, बिल्डर