भारत
क्या यही भारतीय चुनाव आयोग का काम है?
आलेख : राजेंद्र शर्माबेशक, यह कहना तो शायद बहुत जल्दबाजी होगी कि बिहार में विशेष सघन पुनरीक्षण या एसआइआर की घोषणा...
भारत के 174 मंत्री गंभीर अपराधों जैसे हत्या, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल
राजनीति को स्वच्छ बनाने का साहस कौन दिखाएगा ?(मनोज कुमार अग्रवाल -विनायक फीचर्स) एक ताजा रिपोर्ट ने भारतीय...
भारत में नज़र आती आज़ादी, असलियत में छिपी हुई कैद
नज़र आती आज़ादी, छिपी हुई कैद कांच की दीवारें: अवसर दिखातीं, पर छूने नहीं देतीं कांच की दीवारें(Glass...
समाज की बेड़ियाँ कायम
सच्ची प्रगति तब, जब तकनीक तोड़े जातिगत दीवारें तकनीक की उड़ान, मगर समाज की बेड़ियाँ कायम डिजिटल इंडिया का...
भारतीय सविंधान को किश्तों में बदलने का चल रहा खेल
किश्तों में संविधान बदलने का खेल आलेख : राजेंद्र शर्मासंसद के मानसून सत्र की अपेक्षाकृत...
बैसाखियों पर टिकी मोदी सरकार!
ट्रंप का टैरिफ युद्ध और अंदर-बाहर बैसाखियों पर टिकी मोदी सरकार!ट्रंप के साथ यारी के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी...
भिवानी जिले के चांग गांव निवासी 71 वर्षीय जगत सिंह बनेगा उपराष्ट्रपति ?
भिवानी जिले के चांग गांव निवासी 71 वर्षीय जगत सिंह बनेगा उपराष्ट्रपति ?भिवानी/23 अगस्त /न्यूज हैंड ब्यूरो भिवानी...
कॉमरेड वीएस अच्युतानंदन जिन्हें वीएस के नाम से जाना जाता है
कॉमरेड वी.एस. अच्युतानंदन : एक कम्युनिस्ट का महाकाव्यात्मक जीवन(आलेख : निधीश जे. विलट्ट, अनुवाद : संजय पराते)अपने हाई...
लोकतंत्र का मूलभूत आधार खतरे
लोकतंत्र का भविष्य: तकनीक की रोशनी या अंधेरा? स्वतंत्र इच्छा की कैद: चुनावी प्रक्रिया पर एआई का शिकंजा ...
भारत में रजिस्टर्ड डाक का अंत केवल एक सेवा का अंत नहीं है, यह एक युग का अंत है।
अलविदा रजिस्टर्ड डाक — एक युग की ख़ामोश विदाई लेखिका: डॉ. प्रियंका सौरभ/न्यूज हैण्ड एक सितंबर दो हज़ार पच्चीस को जब...
दाल कितनी, तेल कैसा—क्यों न हो साफ़ हिसाब?
ढाबे से फाइव स्टार तक: भरोसे की भूख अधूरी है दाल कितनी, तेल कैसा—क्यों न हो साफ़ हिसाब? समोसे से संसद तक: उपभोक्ता...
हाउस अरेस्टिंग डिजिटल क्रांति का स्याह पहलू, दहशत में बुजर्ग वर्ग।
डिजिटल क्रांति (Digital Revolution)का स्वरूप मानवीय जीवन में एक नया और क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आया है। व्हाट्सएप,...