पंचकूला में संदिग्ध बुखार से महिला की मौत,पंचकूला में संदिग्ध बुखार से महिला की मौत
डेंगू के लक्षण आए सामने, प्लेटलेट्स 19000 रह गए थे, स्वास्थ्य विभाग करेगा जांच
चंडीगढ़,23अगस्त (न्यूज हैंड ब्यूरो)
:- डेंगू के प्रकोप के बीच शहर में 25 साल की युवती की संदिग्ध बुखार की वजह से जान चली गई। सेक्टर 11 में रह रही तम्मन्ना गुप्ता को बुखार आने के बाद अचानक तबियत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया मगर हालत लगातार बिगड़ने से पेशेंट की प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई। डॉक्टरों ने भी महिला की बीमारी को डेंगू से जोड़ कर जांच करना शुरू कर दिया है और सैंपलों से डेंगू का पता लगाया जायेगा। यदि सैंपल में डेंगू की पुष्टि होती है तो यह पंचकूला वासियों के लिए चिंता की बात हो सकती है।
तम्मन्न के शरीर में प्लेटलेट्स थे 19000:
तमन्ना को बीती 15 अगस्त को बुखार हुआ था। बुखार को तीन दिन बीतने के बाद जब तम्मन्ना को घरेलू दवाएं से आराम नहीं आया और तबियत भी बिगड़ना शुरू हुई तब उन्हें 18 अगस्त को सिविल अस्पताल सेक्टर 6 में ले जाया गया। चेकअप के बाद तमन्ना को डिस्चार्ज कर दिया लेकिन रास्ते में उन्हें उल्टियां लग गई। इसके बाद दोबारा अस्पताल में भर्ती किया। अस्पताल में हुई जांच के दौरान प्लेटलेट्स गिरकर 34000 रह गए। तेज बुखार, सांस लेने में परेशानी होने से तम्मन्ना की तबियत स्थिर नहीं हुई और परिवार के सदस्य उन्हें सेक्टर 21 के प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां प्लेटलेट्स गिर कर 19000 हजार हुए। तबियत और बिगड़ते देख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट भी देना पड़ा। दो दिन के बाद यानी 20 अगस्त को तेज बुखार में तमन्ना ने दम तोड़ दिया।
बेंगलुरु से छुट्टी पर घर आई तम्मन्ना अचानक हुई बीमार:
तम्मन्ना के चाचा नवीन का कहना था कि बेटी 12 अगस्त को बेंगलुरु से बीती 12 अगस्त को छुट्टी से घर लौटी थी। वह वहां एक होटल में जॉब करती थी। घर आने के बाद ठीक थी। 15 अगस्त की रात उसे अचानक बुखार हो गया। जब आराम नहीं आया तो अस्पताल लेकर पहुंचे। तब 33000 हजार प्लेटलेट्स थे, जिसे देखते हुए प्राइवेट हॉस्पिटल में शिफ्ट किया वहां पर भी तम्मन्ना की तबियत ठीक नहीं हुई। बेटी नहीं बच पाई।
तम्मन्ना के बारे स्वास्थ्य विभाग को नहीं थी जानकारी:
तम्मन्ना ने 20 अगस्त की सुबह साढ़े 8 बजे प्राइवेट अस्पताल में दम तोड दिया। सिविल अस्पताल से शिफ्ट होने के बाद से 4 दिनों तक स्वास्थ्य विभाग को तम्मन्ना की मौत के बारे जानकारी नहीं मिली। सिविल सर्जन डा. मुक्ता का कहना है कि इस मामले में कुछ पता नहीं है। पता करके ही बताया जा सकता है।
डेंगू के लगातार आ रहे मरीज:
जिले में इन दिनों डेंगू के बुखार की चपेट में करीब 60 से ज्यादा मरीज आ चुके हैं। इन हालात में जिला स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम मिल कर चप्पे चप्पे पर राहत कार्य जारी रखे हुए हैं। नोडल अफसर को भी रोजाना रिपोर्ट बना कर विभाग के अफसरों को भेजने के लिए कहा गया है.