GURUGRAM NEWS- राज बब्बर बोले समस्याओं से लड़ने आया किसी व्यक्ति से लड़ने नहीं आया।
राज बब्बर ने कहा ना तो मैं बाहरी हूं और ना ही भारी हूं । मैं तो लोगों के दिलों में रहने वाला साधारण सा आदमी हूं । उन्होंने बताया मेरे पूर्वज बंटवारे के बाद संयुक्त पंजाब के अंबाला में आकर बसे थे
राज बब्बर बोले समस्याओं से लड़ने आया किसी व्यक्ति से लड़ने नहीं आया।
बब्बर का पॉलिटिकल तड़का
मेरे भ्रावा ने केहा तुसी आ जाओ बाकी ऐसी साम ल्यागे
मेरे वास्ते इस्तों बड़ी खुशी दी कोई गल ननी हो सकती सी
एत्थे सब तो ज्यादा जोश पंजाबियों विच नजर आया
समस्याओं से लड़ने आया किसी व्यक्ति से लड़ने नहीं आया
न्यूज हैंड ब्यूरो/फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम 2 मई । मेरे भ्रावा ने केहा तुसी आ जाओ बाकी ऐसी साम ल्यागे । मेरे वास्ते इस्तों बड़ी खुशी दी कोई गल ननी हो सकती सी। एत्थे सब तो ज्यादा जोश पंजाबियों विच नजर आया । समस्याओं से लड़ने आया किसी व्यक्ति से लड़ने नहीं आया। इंडिया एलाइंस की मुख्य पॉलीटिकल पार्टी कांग्रेस के गुड़गांव संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार राज बब्बर ने गुरुग्राम पहुंचने पर कुछ इस अंदाज में ही अपने अभिनंदन में उमड़े समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा किए गए अभिनंदन का जवाब दिया।
कांग्रेस के फायर ब्रांड मुखर और प्रखर वक्त के रूप में पहचान बने हुए राज बब्बर ने शीतला माता के दरबार में हाजिरी लगाने और आशीर्वाद लेने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कांग्रेस पार्टी के हाई कमान की कसौटी पर खरा उतरने के बाद हाई कमान के द्वारा मेरे को उमंगों के शहर गुड़गांव तथा इस संसदीय क्षेत्र में चुनाव लड़ने के लिए भेजा गया। सत्ता पक्ष भाजपा के द्वारा बाहरी कहां जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज बब्बर ने कहा ना तो मैं बाहरी हूं और ना ही भारी हूं । मैं तो लोगों के दिलों में रहने वाला साधारण सा आदमी हूं । उन्होंने बताया मेरे पूर्वज बंटवारे के बाद संयुक्त पंजाब के अंबाला में आकर बसे थे । इसके साथ ही कुछ रिश्ते नातेदार फरीदाबाद आ गए । इसी प्रकार से गुरुग्राम में भी बहुत रिश्तेदार रह रहे हैं । हरियाणा मेरे अपने पूर्वजों की करमस्थली है । आज मुंबई ही नहीं दुनिया भर के देश से लोग उम्मीद के शहर गुरुग्राम में निवास और व्यवसाय को प्राथमिकता दे रहे हैं । उमंग के शहर मुंबई को छोड़कर उम्मीद के शहर गुरुग्राम में आया हूं और अब भविष्य में गुरुग्राम सहित हरियाणा में ही रहूंगा ।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कैप्टन अजय यादव पुराने साथी हैं। मैंने उनके साथ और उन्होंने मेरे साथ लंबे समय तक काम किया है । कैप्टन साहब के पुत्र विधायक चिरंजी राव से भी बात हुई है । जल्दी ही कप्तान साहब के घर पर भी व्यक्तिगत रूप से जाऊंगा। एक और सवाल के जवाब में राज बब्बर ने कहा मैं यहां पर समस्याओं से लड़ने के लिए आया हूं, किसी व्यक्ति से लड़ने के लिए नहीं आया । कांग्रेस पार्टी हाई कमान ने मेरे को यहां गुरुग्राम में भेजा है । जो व्यक्ति यह समझता है, मुझसे लड़ने आया है और मुझे बाहरी भी कहता है, इस पर मैं इतना ही कहूंगा न तो मैं बाहरी हूं और नहीं भारी हूं। मैं तो लोगों के दिलों में रहने वाला एक साधारण सा इंसान हूं । मैं तो यहां गुरुग्राम में स्वयं बसने तथा औरों को बसाने के लिए आया हूं । उन्होंने कहा आगरा और मुंबई में दीवारों और इमारतें नहीं बनाई। आगरा में आज भी वहां के निवासी याद करते हैं और कहते हैं यहीं पर ही आकर बस जाओ । एक सवाल के जवाब में राज बब्बर ने कहा जिंदगी की सबसे बड़ी कमाई यही है कि मैंने इमारतें और घर नहीं बनाए , लोगों के दिलों में अपने लिए घर बनाए हैं । इस मौके पर राज बब्बर के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी पूर्व मंत्री कार्यकर्ता और समर्थक विशेष रूप से मौजूद रहे।